लाखों की लागत से निर्मित पुलिया सह तटबंध चढ़ा भ्रष्टाचार की भेट पहली बारिश में ही खुली पोल।
लाखों की लागत से निर्मित पुलिया सह तटबंध चढ़ा भ्रष्टाचार की भेट पहली बारिश में ही खुली पोल।
मो0 सुल्तान सूरजपुर
सूरजपुर -मामला कल्याणपुर ग्राम पंचायत मुक्तिधाम से निचे डगलिया नाला में निर्मित पुलिया व तटबंध जो लाखों रुपए की लागत से बनाया गया है चढ़ गया भ्रष्टाचार की भेंट पहली बारिस में घटिया निर्माण कार्य की खुली पोल
मामला सूरजपुर जिला के जनपद पंचायत रामानुजनगर का है जहां
मुख्यालय से महज कुछ दूरी में ग्राम कल्याणपुर के मुक्तिधाम के निचे डगलिया नाला में निर्मित पुलिया स तटबंध निर्माण कार्य हूआ है। उक्त निर्माण कार्य पंचायत एजेंसी के द्वारा कराया गया है पर निर्माण कार्य में गुणवत्ता का ध्यान रखना भूल गए इंजीनियर साहब एवं पंचायत प्रतिनिधि
आप को बता दें कि इस तरह के घटिया निर्माण कार्य को अंजाम दे रहे संबंधित अधिकारी इंजीनियर गुणवत्ता को दर किनार कर पुलिया हो या अन्य निर्माण हो भारी अनियमितता बरती जाती है जब वहां जाकर देखा गया तो बने पुलिया स तटबंध में गुणवत्तायुक्त नहीं होने के कारण पहली वारिश में धराशाही होने के कगार में आ गई है पुलिया में बड़ी बड़ी दरार अभी से आ गया है संबंधित अधिकारियों को सायद पता भी होगा परन्तु सभी चुप्पी साध रखें है पहली बारिस में दरार आना व उखडना चालू हो गया जब वहां के लोगों से पुलिया सह तटबंध के सम्बन्ध में पुछा गया तो पता चला की नींव में भी आकलन के अनुसार मटेरियल सही तरीके से नहीं डाला गया है पता नहीं पहली बारिस में टीक पाएगा या नहीं
ग्रामीण भी इस असमंजस में इस मनमानी एवं मनमौजी निर्माण कार्य देख ग्रामीणों में भी आश्चर्य है। वहीं खुशी अवश्य है कि आवागमन के लिए बना पुलिया एक निस्तार के लिए बहुत अच्छा साधन है और इस पुलिया से ग्रामीणों को अवश्य लाभ मिलेगा किंतु गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य से क्षेत्रवासियों में नाराजगी भी है कि ग्रामीणों को लाभांवित करने के लिए निर्माण कार्य किया गया है,तो गुणवत्तायुक्त किया जाए,ताकि इससे लंबे समय तक क्षेत्रवासियों को लाभ मिल पाए।
पुलिया स तटबंध निर्माण में गुणवत्ता को दरकिनार रख कर निर्माण हो रही और अनदेखी कर
कम मात्रा में डाले गए मटेरियल
गुणवत्ता पर सवालिया निशान
यहां बने पुलिया स तटबंध की गुणवत्ता पर लोग सवाल उठाने लगे है लोगो का कहना है कि कम मात्रा में सीमेंट डाला गया है साथ ही घटिया पत्थर और गिट्टी का उपयोग किया गया है जिससे क्रांक्रीट कमजोर हो जाएगा लोगो का कहना है कि इससे इसकी मजबूती नहीं होगी पहली बारिश में ही घुलने और बह जाने की आशंका है। क्योकि आकलन को दर किनार कर बनाया गया है साथ पानी आएगी,और पुलिया स तटबंध के टूटने का खतरा रहेगा यहां के ग्रामीणों का कहना है कि जब इसे बनवाया ही जा रहा है तो मजबूती के साथ बनवाया जाना चाहिए था ताकि सरकार के पैसे का सही तरीके से उपयोग में आ सके ज्यादा समय तक ग्रामीणों के लिए उपयोगी साबित हो उनका कहना है कि पुलिया स तटबंध की गुणवत्ता की जांच कराई जाए। और यदि इसमें किसी प्रकार की कमजोरी पाई जाती है तो उसका तत्काल सुधार हो और संबंधित जिनके द्वारा कार्य कराया गया है उनपर कड़ी कार्रवाई हो
मौके पर नही रहे विभाग के एक भी सम्धित तकनीक सहायक व अधिकारी कर्मचारी
आपको बता दे कि पुलिया स तटबंध को बनाया जा रहा था उस समय एक भी अधिकारी कर्मचारी पुलिया स तटबंध निर्माण के पास एक भी दिन मौजूद नही रहते थे ठेकेदार व मुंशी के भरोसे लाखों की लागत से पुलिया स तटबंध बनाया गया है अब इससे ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि विभाग के अधिकारी कर्मचारी मौके पर रहकर काम नही कराएगे तो वह निर्माण कितना मजबूती से बन सकता है।
एस.डी.ओ.रामानुज नगर से इस संबंध में फोन से चर्चा हुई तो उनका कहना था कि जब अभी से ही दरार आ गई है तो मैं इसमें कोई कंप्रोमाइज नहीं करूंगा इसे उखाड़ कर फेंकेगे और दोषियों पर कार्रवाई भी की जाएगी।