दुर्गा मंदिर का स्वर्ण जयंती समारोह कल से भव्य कलश निशान यात्रा से शुरू होगा धार्मिक अनुष्ठान मंदिर समिति की तैयारियां अंतिम चरण पर
दुर्गा मंदिर का स्वर्ण जयंती समारोह कल से भव्य कलश निशान यात्रा से शुरू होगा धार्मिक अनुष्ठान
मंदिर समिति की तैयारियां अंतिम चरण पर
मो0 सुल्तान सूरजपुर
सूरजपुर:-भैयाथान रोड पंच मंदिर मोहल्ला स्थित श्री दुर्गा मंदिर के 50 वर्ष पूर्ण होने पर स्वर्ण जयंती उत्सव के रूप में विविध धार्मिक आयोजनों के साथ भव्य आयोजन की तैयारियां पूर्ण कर ली गई है। कल एक जुलाई को श्री श्याम बाबा मंदिर से श्री दुर्गा मंदिर तक भव्य कलश निशान यात्रा के साथ आयोजन की शुरूआत होगी। दुर्गा मंदिर में विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों को लेकर सभी तैयारियां आयोजन समिति ने पूर्ण कर ली है। आषाढ़ नवरात्रि के शुभ अवसर पर एक से दो जुलाई तक धूमधाम से कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। जिसमें आज एक जुलाई को दोपहर 3 बजे श्री श्याम बाबा मंदिर से विशाल कलश निशान यात्रा प्रारंभ होंगी। उसके उपरांत कलश स्थापना व पंचांग पूजन स्थापना के साथ पूजा-अर्चना प्रारंभ होगी। 2 जुलाई को पूणार्हुति हवन व महाप्रसाद भंडारे के साथ आयोजन संपन्न होगा। इस संबंध में दुर्गा मंदिर के संस्थापक स्व. इन्द्रसेन गर्ग के परिजनों ने बताया कि विगत 2 जुलाई 1973 को हरियाणा के कलानौर देवी धाम से ईंट लाकर सूरजपुर में पंच मंदिर स्थित दुर्गा मंदिर का निर्माण कराया था। जिसके 50 वर्ष पूर्ण होने पर उनके परिजनों के द्वारा स्वर्ण जयंती समारोह धूमधाम से मनाया जा रहा है। जिसमें 2 जुलाई को दोपहर 1 बजे से विशाल भण्डारा और 2 बजे से महामंगल पाठ का आयोजन भी किया गया है। इसके अलावा 2 जुलाई की शाम 56 भोग महाआरती के आयोजन के साथ मा भगवती का रात्रि जागरण बाहर से आये कलाकारों के द्वारा किया जायेगा। आयोजन संबंधी विभिन्न तैयारियां पूर्ण कर ली गई है। पूरे मंदिर परिसर को आकर्षक रूप से सजाया गया है। आयोजन में समिति के सदस्यों ने श्रद्धालु भक्तों से समस्त आयोजनों में अधिक से अधिक संख्या में भाग लेने अपील की है।
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रात्रि जागरण में झांकी होगी मुख्य आकर्षण का केन्द्र
मा भगवती के रात्रि जागरण में बाहर से आये कलाकारों के द्वारा शिव ताण्डव, मां भगवती के अनेक स्वरूप सहित विभिन्न झांकियों का प्रदर्शन कार्यक्रम में मुख्य आकर्षण का केन्द्र होगा। बाहर से आये कलकारों के द्वारा रात्रि में जागरण का भी आयोजन कर भजनों की अमृत वर्षा की जायेगी।