राष्ट्रीय सेवा रत्न सम्मान छत्तीसगढ़ कलमकार मंच पर होगी कवियों को सम्मानित…
राष्ट्रीय सेवा रत्न सम्मान छत्तीसगढ़ कलमकार मंच पर होगी कवियों को सम्मानित…
वर्ष 2023 का राष्ट्रीय सेवा रत्न सम्मान छत्तीसगढ़ कलमकार मंच मस्तूरी को प्रदान किया जाएगा
छत्तीसगढ़ कलमकार मंच
मस्तूरी-बिलासपुर को विगत एक वर्ष के दौरान साहित्यिक, सांस्कृतिक एवं सामाजिक सेवाओं के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने हेतु वर्ष 2023 के लिए मैजिक बुक ऑफ रिकॉर्ड द्वारा राष्ट्रीय स्तर का “सेवा रत्न सम्मान” प्रदान किया जाएगा। छत्तीसगढ़ कलमकार मंच छत्तीसगढ़ सरकार से पंजीकृत एक राज्य स्तरीय समिति है। साहित्य वाचस्पति डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति इसके संस्थापक एवं प्रदेशाध्यक्ष हैं। छत्तीसगढ़ कलमकार मंच साहित्य के प्रति समर्पित सेवकों का वह समूह है, जो साहित्य की सेवा करना अपना प्रथम कर्म और धर्म समझता है। डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति के निर्देशन में यह मंच अपने स्थापना काल से ही साहित्य और कला के क्षेत्र में काफी सक्रिय रहा है। फलस्वरूप मंच के तत्वावधान में विगत एक वर्ष के दौरान 29 पुस्तकों का विमोचन तथा अमेरिका (USA) सहित भारत के 441 साहित्यकारों के 8 साझा संकलनों का प्रकाशन सफलतापूर्वक सम्पन्न कराया गया। इसके अलावा स्थानीय पंचायतों से सहयोग प्राप्त कर 9 स्थानों पर कवि सम्मेलनों का सफलतापूर्वक आयोजन भी कराया गया। साहित्य एवं कला को समर्पित 503 हस्तियों विशेषकर साहित्यकारों एवं कलाकारों को सम्मान एवं अलंकरण प्रदान किए गए हैं। उनकी इस महान उपलब्धि को मैजिक बुक ऑफ रिकॉर्ड ने अपने रिकॉर्ड में दर्ज कर छत्तीसगढ़ कलमकार मंच को “राष्ट्रीय सेवा रत्न सम्मान” से नवाजा है। इस सम्मान के तहत उत्कृष्ट क्वालिटी का सम्मानपत्र, मैडल, ट्रॉफी एवं अन्य सामग्री प्रदान किए जाएंगे।वर्तमान में छत्तीसगढ़ कलमकार मंच में 1 संरक्षक सदस्य और 7 आजीवन सदस्य हैं। इसमें अध्यक्ष सहित 15 पदाधिकारियों के अलावा 52 सहयोगी सदस्य भी शामिल हैं। ये सभी आपस में जुरमिलकर मंच की गतिविधियों का सुव्यवस्थित रुप से संचालन करते हैं। ज्ञातव्य है कि 30 मई 2023 को छत्तीसगढ़ कलमकार मंच का वार्षिक अधिवेशन, भव्य कवि सम्मेलन एवं सम्मान समारोह दी एमराल्ड हॉटल बिलासपुर, छत्तीसगढ़ में सम्पन्न हुआ था। जिला प्रशासन से भूमि आबंटन कराकर “कलमकार भवन” के निर्माण हेतु भी यह मंच कृत संकल्पित है।
छत्तीसगढ़ कलमकार मंच को राष्ट्रीय सेवा रत्न सम्मान प्रदान करने की घोषणा होते ही साहित्य-जगत में हर्ष की लहर दौड़ गई है। विभिन्न साहित्यकारों एवं समाज सेवियों ने बधाइयाँ एवं शुभकामनाएँ प्रेषित की हैं। इनमें डॉ. आर.पी. टंडन, डॉ. मदनलाल कुर्रे, डॉ. प्यारेलाल आदिले, चेतन भारती, अश्वनी कोसरे प्रेरक, तिलक तनौदी स्वच्छंद, डॉ. शिरोमणि माथुर, नवीन कुमार कुर्रे, सुरजीत क्रान्ति, मणिशंकर दिवाकर गदगद, डॉ. श्यामा कुर्रे, जुगेश बंजारे धीरज, गणेश्वर आजाद, बेदराम वेदांज, दिलीप कुमार खोटे, मनोज खांडे मन, दीनदयाल टण्डन, कौशिल्या खुराना, अनिल मौर्य अनल, रमेश टण्डन, कामिनी पुरेना, डॉ. गोवर्धन मार्शल, डॉ. कुंज किशोर, श्रीमती मंजू कुंज, सुखदेव सिंह अहिलेश्वर, डॉ. जी. सी. भारद्वाज, हुलेश्वर बंजारे, राजेंद्र गेंदले, मनोज जायसवाल, राजेंद्र कश्यप, कार्तिक पुराण घृतलहरे, बुन्दराम जांगड़े, कमलेश कमल, सिकन्दर चीनू टण्डन, खिली प्रसाद मधुकर, डॉ. स्वामीराम बंजारे, मीराआर्ची चौहान, सेवकराम निषाद, डॉ. राखी कोर्राम, वेदप्रकाश खाण्डेकर, चैतराम टण्डन, गंगा शरण पासी, सरस्वती लहरे, अशोक बंजारे, मोहन सतऋषु, चतुर सिंह चंचल, ननकी पात्रे मिश्री, श्रीमती टी. विजयलक्ष्मी, सुचित्रा सामंत सिंह, देव मानिकपुरी, सुरेशकुमार चन्द्रा, रमेश भास्कर रसियार, डॉ. विकास कोसले, मालिकराम घृतलहरे, लक्ष्मी प्रसाद सिन्हा, मिलन मलरिहा, अभय पात्रे, भारती नंदिनी, गरिमा पोयाम, महेतरु मधुकर, अश्वनी डायमंड, डॉ. मरकाम, किरण कौशिक, सन्तोष श्रीवास्तव सम, डॉ. यशपाल सिंह, के.के. निरनेजक, रीना बिकास दास, डॉ. अभिलाषा बेहार, दुर्गावती कंवर, अनमोल बाजपेयी, कृष्ण कुमार पटवर्धन, पीताम्बर पटेल इत्यादि प्रमुख हैं। यह जानकारी छत्तीसगढ़ कलमकार मंच के प्रचार सचिव एडवोकेट मणिशंकर दिवाकर गदगद ने दी है।