जिलाधिकारी के छापे में मेडिकल कॉलेज प्रशासन के दावों की पोल खोलकर रख दिया
अधिकारियों ने हॉस्टल में जाकर बयान दर्ज किए
क्या जिलाधिकारी के छापे के बाद मेडिकल कॉलेज की स्थिति में आएगा सुधार?
गर्वित मातृभूमि उत्तर प्रदेश
अम्बेडकर नगर। जनपद में स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर शासन के दावे और जमीनी हकीकत एक दूसरे के विपरीत नजर आ रहे हैं।
सद्दरपुर स्थित महामाया राजकीय मेडिकल कॉलेज की खबरों को जिलाधिकारी द्वारा संज्ञान में लेकर मेडिकल कॉलेज में छापा मारा गया।मजिस्ट्रेटों की टीम ने जांच की। अधिकारियों ने हॉस्टल में जाकर बयान दर्ज किए। टीम के अन्य सदस्यों ने मेडिकल कॉलेज के अंदर मरीजों से लेकर मेडिकल कॉलेज से मिलने वाली दवाओं तथा साफ-सफाई पानी व्यवस्था शौचालय वाटर कूलर तथा लिफ्ट आदि मेडिकल कॉलेज में उपलब्ध सुविधाओं का की जांच की जिसमें व्यवस्था सुचारू ढंग से संचालित नहीं पाई गई। मेडिकल कॉलेज में व्याप्त अव्यवस्थाओं को देख जिलाधिकारी भड़क उठे और सीएमएस को अव्यवस्थाओं को दूर करने का निर्देश दिया। सभी मजिस्ट्रेटो ने मिलकर स्थितियों का आकलन किया।यह मजिस्ट्रेटो के छापे से स्पष्ट प्रतीत हो रहा है कि यहां आंकड़ों में खेल कर वाह वाही ली जाती है। शासन की नजरों में अच्छा बने रहने के लिए यहां के जिम्मेदार अपने अधिनस्थों से यह रिपोर्ट करवाते हैं कि यहां सब ठीक है। यह दिखाया जाता है कि यहां सभी मरीजों को अंदर से दवा मिलती है, इस सबके के लिए एक खेल खेला जाता है।लेकिन धरातल पर हकीकत इसके उल्ट है।