शासन की योजनाओं को खानापूर्ति के रूप में ले रहा खेल एवं युवा कल्याण विभाग
*शासन की योजनाओं को खानापूर्ति के रूप में ले रहा खेल एवं युवा कल्याण विभाग
मो0 सुल्तान सूरजपुर
सुरजपुर/:– जिले में ब्लॉक स्तरीय ग्रीष्मकालीन खेलकूद प्रशिक्षण शिविर के आयोजन को लेकर 12 मई को जिला कार्यालय में एक महत्वपूर्ण बैठक रखी गई थी जिसमें लोगों का चयन भी किया गया था जिसमें प्रत्येक ब्लॉक में 3 खेल प्रशिक्षण केंद्र चयनित किए गए थे जिसमें सूरजपुर ब्लॉक में हाई सेकेंडरी स्कूल कैलाशपुर हाई सेकेंडरी स्कूल डेंडरी हाई सेकेंडरी स्कूल लटोरी प्रेमनगर ब्लॉक में हाई सेकेंडरी स्कूल तारा हाई सेकेंडरी स्कूल चंदननगर हाई सेकेंडरी स्कूल उमेश्वरपुर रामानुजनगर ब्लाक में हाई सेकेंडरी स्कूल सुरता हाई सेकेंडरी स्कूल भुवनेश्वरपुर हाई सेकेंडरी स्कूल तिलवागुड़ी छत्तीसगढ़ शिक्षा मंत्री के ब्लॉक प्रतापपुर में हाई सेकेंडरी स्कूल केवरा हाई सेकेंडरी स्कूल सिलौटा हाई सेकेंडरी स्कूल पंछीडाड ओडगी ब्लॉक में हाई सेकेंडरी स्कूल बिहारपुर हाई सेकेंडरी स्कूल खोड हाई सेकेंडरी स्कूल कालामाजन भैयाथान ब्लॉक में हाई सेकेंडरी स्कूल सिरसी हाई सेकेंडरी स्कूल खोपा हाई सेकेंडरी स्कूल बतरा को चिन्हांकित किया गया।
कैसे निकलेंगे गांव गांव से खिलाड़ी या सिर्फ कागजों में ही भूपेश सरकार के उद्देश्य होंगे पूर्ण
जो कभी खेल गढ़ के रूप में अपनी पहचान बना ही नहीं पाए और न हीं यहां से खेल के खिलाड़ी खेलने के लिए निकले जिससे आज मैदान में भी खिलाड़ियों के साथ-साथ लगाए गए संसाधन भी चंद दीवारों के भीतर ही रखे नजर आ रहे हैं और शासन के द्वारा उपलब्ध कराए गए सामग्रियों का भोग कौन लगा रहा है यह खेल एवं युवा कल्याण विभाग के अधिकारियों से बेहतर कोई नहीं बता सकता जहां एक और छत्तीसगढ़ शासन के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की योजनाओं को गांव के बच्चे बच्चों को जमीनी स्तर पर जोड़कर गांव गांव से प्रतिभावान बच्चे निकालना एकमात्र उद्देश्य था वही खेल एवं युवा कल्याण विभाग निरंकुशता यह साबित करने में लगे हुई है कि शासन द्वारा लाया गया आदेश हम केवल फाइलों के माध्यम से पूरा कर देंगे और प्रदेश में लगातार अवार्ड लेते रहेंगे।
सरकार के पैसा का सिर्फ हो रहा है बंदरबाट
छत्तीसगढ़ प्रदेश सरकार का प्रमुख उद्देश्य
राज्य की युवा शक्ति को संगठित करने और उन्हें रचनात्मक कार्यों से जोड़ने का यह क्रांतिकारी कार्यक्रम था जो युवाओं के माध्यम से छतीसगढ़ की संस्कृति, पर्यावरण, खेल को आगे बढ़ाने तथा जनकल्याणकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुँचाने का था जिससे लोगों को इसका लाभ मिल सके लेकिन यह योजना के विभिन्न पदों पर बैठे पदाधिकारी ही पैसों का बंदरबांट करते हुए सिर्फ फाइलों में ही कागजी खानापूर्ति करते हुए खिलाड़ी खोज कर राज्य सरकार का कोरम पूरा कर पैसे का बंदरबांट करते हुए मैडल और ईनाम लेने में मस्त है जबकि जमीनी हकीकत कुछ और ही है जहां धरातल पर जाकर देखें तो कुछ दिखाई नहीं देगा सिर्फ राज्य सरकार का पैसे का बंदरबांट ही देखने को मिलेगा।
बयान
खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा लगातार अनियमितता की शिकायत दो-तीन महीनों से मिल रही है नए प्रभारी के आने के बाद ना तो सही तरीके से खेल गतिविधियां देखने को मिल रही है और ना ही खेल अधिकारी मैदान पर मौजूद है वह केवल बड़े अधिकारियों के साथ फोटो खिंचवाने में ज्यादा रुचि रख रहे हैं जिसका असर आने वाले दिनों में परिणाम के रूप में देखने को मिलेगा अभी अपने आप को साबित करने वाले खिलाड़ी केवल और केवल पुराने खेल अधिकारियों के मेहनत का नतीजा है ऐसी सिकायते सुनने में आ रही जिससे सरकार के द्वारा युवाओं के लिए बनाए गए सोच और उम्मोदो को भी गहरा झटका लग रहा है इसके अलावा कई और वित्तीय अनियमितता भी सुनने में आई है जिसके बारे में युवक कांग्रेस जिला अध्यक्ष से बात कर के एक टीम बनाई जाएगी जो कि मैदानी स्तर पर हो रहे हर खेल के गतिवधियो का जायजा लेगी।
:–शांतनु सिंह, महासचिव युवक कांग्रेस विधानसभा भटगांव, छत्तीसगढ़