नये भारत की आशाओं, अपेक्षाओं और अभिलाषाओं की पूर्ति का प्रतीक बनेगा यह वैभवशाली गौरवशाली संसद भवन – रंजना साहू
डाकेश्वर साहू (धमतरी):- भारत की संसद की नई ईमारत का रविवार 28 मई को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उद्घाटन किया, विभिन्न धर्मों के प्रमुखों और साधु संतों की उपस्थिति में वैदिक विधि विधान के साथ देश के संसद की इस नई ईमारत का उद्घाटन किया गया। पीएम मोदी ने लोकसभा स्पीकर की कुर्सी के पास राजदंड सेंगोल की भी स्थापना की जिसे सत्य, न्याय और निष्ठा के प्रतीक स्वरूप स्थापित किया गया है, नई संसद में अखंड भारत का नक्शा, अंबेडकर-सरदार पटेल और चाणक्य की प्रतिमा समेत कई ऐसी चीजें उकेरी गई हैं, इस नए संसद भवन के बनने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए धमतरी की विधायक रंजना डिपेंद्र साहू ने कहा विश्व के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश के मंदिर ‘नए संसद भवन’. आज यह भवन नए भारत के नए जोश, नई उमंग, नई सोच, नई दिशा व नई दृष्टि को प्रदर्शित करता है। नये भारत की आशाओं, अपेक्षाओं और अभिलाषाओं की पूर्ति का प्रतीक बनेगा यह वैभवशाली गौरवशाली संसद भवन और नए संसद भवन में लगा अखंड भारत का मानचित्र देश की सांस्कृतिक धरोहरों, लोक कल्याण की भावना और प्रतिबद्धता की ओर इंगित करता है जो भारत को वैभवशाली राष्ट्र बनाने के स्वप्न को भी दर्शाता है, यह संसद हमारी संस्कृति और आधुनिकता के मिलन का अप्रतिम उदाहरण है, जिसमें एक विकसित भारत को देखा जा सकता है। देशवासी जहां लोकतंत्र के इस नवीन भव्य मंदिर में नए भारत का उज्ज्वल और स्वर्णिम भविष्य देख रहे हैं, वहीं कुछ लोगों की आंखों में बंधी पट्टी उन्हें सच्चाई नहीं देखने दे रही है।
आगे श्रीमती साहू ने कहा प्रधानमंत्री मोदी ने जब ‘नए भारत का नया संसद भवन’ राष्ट्र को समर्पित किया औऱ राजधर्म, न्याय, निष्पक्षता, संप्रभुता, अक्षुण्णता एवं सामर्थ्य को साष्टांग दंडवत प्रमाण किया, तब वह क्षण ऐतिहासिक था। यह पल देश के लोकतांत्रिक इतिहास का स्वर्णिम अध्याय है। यह स्वर्णिम पल इतिहास में दर्ज हो गया, जब वैदिक मंत्र उच्चारण के साथ प्रधानमंत्री मोदी ने नए संसद भवन में ऐतिहासिक ‘सेंगोल’ स्थापित किया। यह एक स्मरणीय क्षण था। देश को लगातार गौरवान्वित करने और लोकतंत्र के खूबसूरत मंदिर को देश को सौंपने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी सहित केंद्रीय नेतृत्व का हम आभार करते हैं जिनके प्रयास से यह नवीन संसद की इमारत बनकर तैयार हुई है जो देश के प्रगति का साक्षी बनेगा।