नवीन संसद भवन उद्घाटन में महामहिम राष्ट्रपति को आमंत्रित नहीं किए जाने से आक्रोशित आदिवासी समाज के द्वारा जनपद अध्यक्ष के नेतृत्व में प्रधानमंत्री का पुतला दहन किया गया।
नवीन संसद भवन उद्घाटन में महामहिम राष्ट्रपति को आमंत्रित नहीं किए जाने से आक्रोशित आदिवासी समाज के द्वारा जनपद अध्यक्ष के नेतृत्व में प्रधानमंत्री का पुतला दहन किया गया।
मो0 सुल्तान सूरजपुर
सूरजपुर- नवीन संसद भवन के उदघाटन समारोह में सर्वोच्च सवैधानिक पद पर आसीन माहामहिम राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू से उदघाटन नहीं कराने को लेकर जनपद अध्यक्ष जगलाल सिंह देहाती के नेतृत्व में आदिवासी समाज के लोगों के द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पुतला दहन किया गया।
जनपद अध्यक्ष जगलाल सिंह देहाती ने बताया की 28.05.2023 को नवीन संसद भवन उदघाटन समारोह में प्रधानमंत्री के द्वारा किया जा रहा है चुकि राष्ट्रपति देश का सर्वोच्च सवैधानिक पद एवं देश का प्रथम नागरिक होता है और संसद सत्र राष्ट्रपति अभिभषण पश्चात सदन प्रारम्भ होता है संसद सभापति के द्वारा अमंत्रण पत्र में देश की प्रथम नागरिक जो आदिवासी वर्ग से आती है। महामहिम राष्ट्रपति द्रोपति मुर्मू जी का नाम न अंकित होने से राष्ट्रपति पद कि गरिमा एवं आदिवासी समुदाय की सर्वोच्च नागरिक का अपमान है जिसके कारण आदिवासी समाज अपने सर्वोच्च पद में बैठे आदिवासी महिला के अपमान को लेकर आहत है इसी भावना के कारण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पुतला दहन केतका जंगल में किया गया।
जगलाल सिंह ने आगे कहा जिस तरह से पूरे देश में ईडी जैसी संस्थाओं का दुरुपयोग कर भाजपा के द्वारा भय का माहौल बनाया जा रहा है इससे लोकतंत्र खतरे में है। आने वाले चुनाव में आदिवासी समाज के द्वारा इसका जवाब दिया जाएगा।