मिलेट मिशन का जांच करने पहुंचा दल नहीं मिल रहा है किसान के खेत में रागी।
मिलेट मिशन का जांच करने पहुंचा दल नहीं मिल रहा है किसान के खेत में रागी।
मो0 सुल्तान सूरजपुर
सूरजपुर/:– जिले के जनपद पंचायत भैयाथान अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायतों में मिलेट मिशन अंतर्गत रागी फसल 250 हैक्टेयर में लगाया गया था जिसकी सिकायत के बाद जांच दल पहुंचा है किसानों के खेत में लगे रागी की फसल की जांच करने की धरातल में रागी की फसल की क्या सच्चाई है जो अधिकारियों के द्वारा कागजों में दिखाया जा रहा है जहा की वास्तविक स्थिति यह है की खेतों में रागी की फसल दिखाई ही नहीं दे रही है।
ज्ञात हो की जिले के अंतर्गत आने वाले जनपद पंचायत भैयाथान के जनपद सदस्य अभय प्रताप सिंह सहित जनप्रतिनिधियों ने 3 अप्रैल को उप संचालक कृषि विभाग को रागी फसल की वास्तविकता की जांच कराने के लिए आवेदन सौंपा था जिस पर कृषि विभाग द्वारा कोई संज्ञान न लेने पर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए बताया था की जनपद पंचायत भैयाथान में मिलेट मिशन अंर्तगत रागी फसल का मिलेट टारगेट 250 हेक्टेयर निर्धारित किया गया था लेकिन भौतिक रूप से 250 हेक्टेयर का 20 प्रतिशत भी फसल धरातल पर नहीं देखने को मिल रहा है के द्वारा दिए गए दिशा निर्देश के बाद आनन-फानन में किसी कृषि विभाग के द्वारा जांच दल गठित कर रागी की वास्तविक जांच करने के लिए क्षेत्र में भेजा गया।
किसानों के खेत में नहीं मिल रही रही रागी फसल – अभय
क्षेत्रीय जनपद पंचायत अभय प्रताप सिंह व निर्माण समिति अध्यक्ष भैयाथान ने बताया कि जांच दल पहुंची हुई है रागी की फसल की जांच करने और जहां जहां जांच दल की टीम पहुंच रही है उनके साथ मैं भी जा रहा हूं लेकिन दुर्भाग्य की बात यह है कि कृषि विभाग के द्वारा किसानों से लगवाई गई रागी की फसल खेतों में कहीं दिखाई नहीं दे रही हैं।
रागी की फसल लगाने में किसान हुए भ्रमित वही फसल की बीज वितरण हुई देरी – भारिया
वहीं कृषि विभाग के अधिकारी आर एल भारिया एग्रीकल्चर सुरजपुर से इस विषय पर जब बात की गई तो उनके द्वारा बताया गया कि ऐसा बिल्कुल नहीं है कि रागी की फसल कही दिखाई नहीं दे रही है जबकि ग्राम पंचायत कसकेला में रागी की फसल लगी हुई है 12 एक्कड़ में अच्छी फसल है वही कई जगह रागी की फसल अच्छी नहीं है उसका कारण यह है कि किसान रागी की फसल लगाने में भ्रमित हो गए है विभाग के द्वारा किसानों को फसल के बीच के वितरण में देरी हुई इसलिए ऐसी समस्या दिखाई पड़ रही है वही इस संबंध में मै अधिक जानकारी जांच-पड़ताल पूरी हो जाने के बाद स्पष्ट रूप से दे पाऊंगा।
क्या विभाग के उच्च अधिकारी इस विषय को संज्ञान में लेंगे और जांच पड़ताल पूरी होने के बाद संबंधित कर्मचारियों अधिकारियों पर कार्रवाई करेंगे जब विभाग के द्वारा किसानों को प्रशिक्षण दिया गया तो किसान रागी की फसल लगाने में भ्रमित कैसे हुए वही दूसरी तरफ जब अधिकारी बोल रहे हैं कि रागी फसल की बीज किसानों को वितरण करने में देरी हुई तो ऐसी क्या समस्या थी विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के पास जो रागी फसल का बीज किसानों को समय पर वितरण नहीं कर पाए और किसानों को नुकसान का सामना करना पड़ा।