ग्राम लांची में किसानों को शिविर लगाकर खेती संबंधी जानकारी दी गई
ग्राम लांची में किसानों को शिविर लगाकर खेती संबंधी जानकारी दी गई
मो0 सुल्तान सूरजपुर
सूरजपुर:- मिट्टी की उर्वरा शक्ति बढ़ाने के लिए मिट्टी में कौन से तत्व की कमी है, खेतों से मिट्टी जांच के लिए सैंपल कैसे लेना है का प्रशिक्षण सोमवार 9 मई को ग्राम लांची में किसानों को दिया गया। मिट्टी जांच के बाद उसमें कमी पाये गए तत्वों को डालकर मिट्टी की उर्वरा शक्ति बढई जा सकती है। राजीव युवा मितान क्लब के तत्वाधान में प्रशिक्षण शिविर लगाया गया था जिसमें प्रशिक्षण के लिए आए ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी जयप्रकाश सोनार ने किसानों को खेत के सैंपल लेने का तरीका बताया। उन्होंने किसानों को बताया खेती से बढ़िया उत्पादन के लिए मिट्टी की जांच बहुत जरूरी होती है, इसका मुख्य उद्देश्य खेत की जरूरत के अनुसार उसे पोषक तत्व उपलब्ध करवाना है, जिससे कि उत्पादन तो बढ़ेगा ही साथ ही लागत में भी कमी आएगी।किसान खुद से कैसे मिट्टी जांच कर सकते हैं कृषि विस्तार अधिकारी ने यह भी बताया।
*रोग प्रबंधन तथा दवाओं के बारे में विस्तार से बताया गया।*
ग्राम लाँची के किसानों ने कृषि विस्तार अधिकारी से उत्पादन तकनीकी, रोग प्रबंधन तथा दवाओं के बारे में विस्तार से चर्चा किया। जयप्रकाश सोनार ने कृषकों की जिज्ञासाओं का समाधान सुरूचि पूर्ण ढंग से करते हुए रोगों के लक्षण, उपचार सन्तुलित उर्वरक प्रयोग, हानिकारक एवं लाभदायक कीड़ों के बारे में पहचान इत्यादि पर चर्चा की। जिसके बारे में किसानों की जिज्ञासा का समाधान किया गया। उन्नतिशील प्रजातियां, संतुलित उर्वरक प्रयोग खरपतवार नियन्त्रण, रोग एवं कीट नियन्त्रण, संघनीकरण तकनीक पर व्याख्यान कृषकों को दिये गए।
*भैंस, गाय एवं बकरी पालन।*
भैंस, बकरी मुर्गी की उन्नत नस्लो के पालन से किसान कैसे लाभ कमा सकते हैं यह भी बताया गया संतुलित आहार, रोगों का टीकाकरण,आदि पर अपने तकनीकी विचार व्यक्त किये। प्रशिक्षण शिविर युवा नेता मोनू प्रताप सिंह के नेतृत्व में आयोजित की गई थी। साथ में आए कृषि विकास अधिकारी निलेश राजवाड़े ने बताया फसलों की उत्पादकता एवं गुणवत्ता बनाए रखने के लिए निरंतर परीक्षण आवश्यक है फसलों में खाद एवं उर्वरकों का प्रयोग करना चाहिए एवं भौतिक रासायनिक एवं जैविक क्रियाओं का संतुलन बनाए रखना अति आवश्यक है। प्रशिक्षण शिविर में
मोनू प्रताप सिंह, शिवनाथ सिंह
अनु सिंह, सहदेव सिंह,हुकुमराय, कलेश्वर प्रसाद प्रबोधन,रूपनरायण सिंह,जयकरण सिंह,शिवकुमार सिंह,बरन सिंह,सुनिल सिंह,जयलाल, एवं अन्य ग्रामीण बड़ी संख्या में उपस्थित थे।