आशा कार्यकर्ताओं की हड़ताल 43 वे दिन भी जारी एवं आज से पांच दिवसीय क्रमिक भूख हड़ताल प्रारंभ … आज की खास खबर…
” आशा कार्यकर्ताओं की हड़ताल 43 वे दिन भी जारी एवं आज से पांच दिवसीय क्रमिक भूख हड़ताल प्रारंभ ”
गर्वित मातृभूमि (राकेश विश्वकर्मा) जबलपुर मिशन संचालक की अनुशंसा को लागू कर आशा को 10,000 एवं पर्यवेक्षक को 15,000 रु मासिक वेतन तुरंत लागू किये जाने की मांग को लेकर आशा उषा आशा सहयोगी संयुक्त मोर्चा मध्यप्रदेश के आह्वान पर अनिश्चितकालीन हड़ताल आज 43वें दिन भी जारी रही।अनिश्चितकालीन हड़ताल का 43 वें दिन पूर्व घोषणा के तहत प्रदेश भर में आशाओं की क्रमिक भूख हडताल शुरू करवाया गया । जबलपुर के आंदोलन स्थल गांधी भवन में 11 सदस्यीय जत्था भूख हडताल में बैठी जिसमें प्रदेशक्षमहासचिव पूजा कनौजिया, प्रीति विश्वकर्मा, रजनी कनौजिया, दीपमाला गणवीर, छाया मेश्राम, प्रियंका मेश्राम, सावित्री कॉल, सीमा यादव, सरिता विश्वकर्मा, वंदना कुशवाहा, अनीता वर्मा शामिल है। इन सभी बहनों को अलग अलग साथियों ने माला पहनाकर अनशन प्रारम्भ कराया। यह क्रमिक भूख हडताल 29 अप्रैल तक चलेगी। इस दौरान आशा ऊषा आशा सहयोगियों को सम्बोधित करते राजय महासचिव पूजा कनौजिया ने कहा कि सरकार आशाओं की दर्द को समझने के लिये तैयार नही है। दिन रात काम कर रही आशाओं को न्यायसंगत वेतन देने के लिये निर्णय नही ले पा रही है, जबकि आम महिलाओं को ” लाडली बहन का का नाम देकर 1,000 रुपये देने के लिये तैयार है। ” वक्ताओं ने आरोप लगाया कि आशाओं को जीने लायक वेतन देने की नैतिक एवं वैधानिक जिम्मेदारी सरकार की है। आशा आशा आशा सहयोगी एकता यूनियन मध्य प्रदेश सीटू ने सरकार से यह जिम्मेदारी पूरा करते हुए आशाओं के साथ न्याय करने की मांग की।