अखबार बेचा स्कूल की फीस जमा की, आज राष्ट्रीय योग कोच बने पंकज यादव…
अखबार बेचा स्कूल की फीस जमा की, आज राष्ट्रीय योग कोच बने पंकज यादव
उमाशंकर दिवाकर गर्वित मातृभूमि (रायपुर) – छत्तीसगढ़ योग शिक्षक संघ के तत्वावधान में आयोजित 36वें सत्र के ऑनलाइन संघ योगाभ्यास कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में श्री पंकज यादव जी, संस्थापक व निर्देशक, समाइल योग अकेडमी, दुर्ग (छ.ग.)
सहायक आचार्य, सेट आर.सी.एस. कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय दुर्ग, (छ.ग.) ने योग खिलाड़ी के रूप में भविष्य विशेष अंतर विषय पर सारगर्भित ज्ञानपूर्ण सत्र लिया! इस सत्र पर संघ अध्यक्ष अनिल चन्द्राकर जी ने हार्दिक आभार व्यक्त किया !
महासचिव खोमेश साहू जी (यूजीसी-एसआरएफ) ने मुख्य वक्ता का पुष्पगुच्छरूपी शब्दों से स्वागत कर भूमिका प्रस्तुत करते हुए कहा कि विद्यार्थी योग खिलाड़ी के रूप में भी अपना भविष्य बना सकते है। योगासन प्रतियोगिताओं में किन चयनित आसनों को करने से ज्यादा नंबर मिलते है, आसनों को करते समय परफेक्शन कैसा होना चाहिए,यह जानकारी नही होने के कारण प्रतिभा को उचित स्थान नही मिल पाता है, इसलिए योग खिलाड़ी बनने हेतु दिशा निर्देश की जानकारी होना आवश्यक है। नितेश पटेल जी ने जानकारी से ही प्रतिभा छपती है छिपती नहीं, के शब्दों के साथ सभी श्रोताओं का स्वागत कर कार्यक्रम का संचालन किया। मोनिका सिन्हा जी ने मुख्य वक्ता का जीवन परिचय प्रस्तुत करते हुए कहा कि सर बचपन से ही योग की प्रतियोगिता में भाग लेते थे। आज राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर अनेक पदक जीते चुके हैँ।इसके साथ ही अलग-अलग जिलों में आयोजित योग प्रतियोगिताओं में योग कोच के रूप में सेवाएं देते रहते हैँ।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता पंकज जी ने कहा कि यदि किसी योग्य व्यक्ति को योग खिलाड़ी के रूप में भी आगे भविष्य बनाना है तो उसके लिए सबसे पहले योगासन की जो-जो प्रतियोगिताएं आयोजित होती है उसकी सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त कर ले। योग में पाँच तरह की प्रतियोगिताएं आयोजित होती है जिसमें पहली प्रतियोगिता है एडिशनल, दूसरी प्रतियोगिता आर्टिस्टिक, तीसरी प्रतियोगिता आर्टिस्टिक पेयर, चौथी प्रतियोगिता रिदमिक पेयर और पांचवीं प्रतियोगिता आर्टिस्टिक ग्रुप का आयोजन होता है तो यह प्रतियोगिताएं अलग अलग उम्र ग्रुप के अकॉर्डिंग होती है 9से 14,14से 18, 18 से अधिक उम्र का वर्ग होता है। साथ ही कोई खिलाड़ी योगासन प्रतियोगिता की तैयारी करता है तो उस खिलाड़ी को फ़ुल बॉडी स्ट्रेचिंग कंपल्सरी होना चाहिए उसके बाद ही कठिन आसन की ओर आगे बढ़ना चाहिए। योगासन प्रतियोगिता आलंपिक में शामिल किया जाए यह हम सब यह खिलाड़ियों की आवाज़ हैl योगेश्वर साहू कार्यक्रम समन्वयक ने धन्यवाद ज्ञापन दिया
इस कार्यक्रम में लखनऊ से सुनीता यादव, रायपुर से चीफ मैनेजर तनुजा तिर्की, बबीता सोनवानी, रश्मि रेखा नाईक, दीप्ति चौरसिया बिलासपुर से बिंदु सिंह दुर्ग से प्रियंका चंद्राकर, उमा सैनी, मालती साहू, दामिनी साहू, बलौदाबाजार से विनीता मिश्रा, केशोराम साहू, अध्यक्ष-सदभावना योग परिवार, रश्मि वर्मा, जांजगीर से भारती साहू, रायगढ़ से मनीषा नवनीत, कोरबा से शनि प्रधान, कांकेर से अंजू नेगी गरियाबंद से अर्जुन धनजय सिन्हा, धानी मानिकपुरी, सवितानन्द साहू महासमुन्द से राजा निर्मलकर्, सत्यनारायण दुर्गा, बेमेतरा से आशीष तंबोली, कवर्धा से भुवनेश्वर कुमार, सारंगढ़ से युगेश पटेल इत्यादि अलग-अलग जिलों से जुड़कर श्रोताओं ने कार्यक्रम का लाभ प्राप्त किया।