फर्जीवाड़ा:एसईसीएल में मजदूर से लेकर महाप्रबंधक तक फर्जी दस्तावेज से कर रहे नौकरी
फर्जीवाड़ा:एसईसीएल में मजदूर से लेकर महाप्रबंधक तक फर्जी दस्तावेज से कर रहे नौकरी
गर्वित मातृभूमि/गेवरा/ कुसमुंडा/कोरबा:- चिरमिरी रायगढ़ सहित सभी खदानों में है फर्जीवाड़ा, कोयला मंत्रालय के जांच के आदेश को भी किया दरकिनार
एसईसीएल में फर्जी दस्तावेजों के जरिए नौकरी करने वालों में मजदूरों से लेकर जीएम तक शामिल हैं। कोल इंडिया स्तर पर शिकायत और वहां से हुई जांच के आदेश को भी स्थानीय अफसर कोई तवज्जो नहीं दे रहे हैं। फर्जी दस्तावेजों से नौकरियां करने वाले ज्यादातर लोग चिरमिरी और गेवरा कुसमुंडा की कोयला खदानों में हैं। शिकायतकर्ताओं ने लंबी लिस्ट एसईसीएल मुख्यालय व कोल इंडिया को भेजी है। 2 साल पहले भेजी गई शिकायत पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। शिकायत में जीएम स्तर के दो अफसरों के नाम हैं।
धन्नू ने मामा ससुर को पिता बता पाई नियुक्ति
धन्नू पिता खलिया न्यू माइंस एनसीपीए चरचा कॉलरी में ट्रामर के पद पर कार्यरत है। धन्नू ने जिसे अपना पिता बताकर अनुकंपा नियुक्ति पायी है वह उसका मामा ससुर है। इस तरह से फर्जी अनुकंपा नौकरी कर रहा है। धन्नू ग्राम खजिया बरहमपुर गंजाम ओडिशा का रहने वाला है।
देवनारायण ने सगे भाई के दस्तावेज से ली नौकरी
देवनारायण पिता रिखाईराम रानी अटारी उप क्षेत्र में ब्लास्टिंग क्रू मैन है। उसने अपने सगे भाई के दस्तावेज में नाम बदलकर नौकरी हासिल की है। वह ग्राम बचरा पौड़ी कोरिया का रहने वाला है। उसके खिलाफ अक्टूबर 2018 में शिकायत की गई है।
कृष्णा ने ससुर को पिता बता ली अनुकंपा नियुक्ति
कृष्णा पिता बुधिया एनसीपीए चर्चा कॉलरी में इलेक्ट्रिक हेल्पर के पद पर कार्यरत है। इसने अपने ससुर बुधिया को पिता बताकर फर्जी अनुकंपा नियुक्ति हासिल की है। वह ओडिशा के जिला गंजाम का रहने वाला है। शिकायतकर्ता ने संपूर्ण दस्तावेज जांच के लिए दिए हैं।
मेरी जानकारी में नहीं है
“किन अफसरों के खिलाफ कोयला मंत्रालय ने जांच के आदेश दिए हैं इसकी जानकारी मुझे नहीं है बाद में ले कर देता हूं।”
- मिलिंद चहांदे, जनसंपर्क अधिकारी, एसईसीएल मुख्यालय बिलासपुर
जांच हो चुकी है
“नियुक्ति को लेकर शिकायत हुई थी यह मामला काफी पुराना है और इसकी जांच भी हो चुकी है। फिर भी कुछ लोग मामले को उठाते रहते हैं।”
- के प्रवीण कुमार, महाप्रबंधक एचआरडी एसईसीएल