कूकानार में होली की तैयारियां शुरूपरंपरागत फाग का आयोजन किया गयाफाल्गुन की शुरुआत से ही कूकानार में चढ़ने लगती है मस्ती.देखिए खास खबर…..
कूकानार में होली की तैयारियां शुरूपरंपरागत फाग का आयोजन किया गयाफाल्गुन की शुरुआत से ही कूकानार में चढ़ने लगती है मस्ती
गर्वित मातृभूमि सुकमा :- खुशियों एवं रंगों का त्यौहार होली के आने में अब महज तीन दिन बचे है और कूकानार में अब पूरे गांव में घर घर फाग गीत सुनने का सिलसिला शुरू हो चुका है। आज आपसी वैमनस्यता व व्यस्त जीवन के कारण होली को लेकर पहले जैसा उत्साह नहीं है परन्तु सुकमा जिले के ग्राम कूकानार में आज भी लोग इस प्राचीन परम्परागत त्यौहार को बहुत ही हर्सोल्लास फाग होली के गीत आदि के खुशनुमा आयोजन के साथ मनाते हैं, ताकि इस परम्परा को बचाए जा सके
कूकानार में ढोल मंजीरे झींका के मधुर आवाज के बीच गाँव के बुजुर्ग और युवा जब मिलकर फाग गीत का गायन करते हैं तो यह शमा देखते ही बनता है गांव के छोटे छोटे बच्चों को पानी व मिठाइयां वितरित करने की जिम्मेदारी दी जाती जिसे वो बड़ी जिम्मेदारी के साथ निभाते है जैसे उन्हें कोई महत्त्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है और इस परीक्षा में उत्तीर्ण होना अनिवार्य है
गाँव के बुजुर्गों ने कहा कि एक जमाना था जब लोग घर-घर जाकर फाग गीत गाकर लोगों को आपस में गले मिलवाते थे । दूर-दूर से लोग चौपाल में फाग की आवाज सुनकर ही आ जाते थे और आनंद उठाते थे । एक दौर था जब वसंत पंचमी के बाद फाल्गुन माह आते ही जगह-जगह फाग गीतों के लिए अलग से व्यवस्था की जाती थी परन्तु धीरे धीरे यह परम्परा लुप्त हो रही है हम मीडिया के माध्यम से अपील करते हैं कि समस्त सनातनियों को अपनी यह परम्परा जीवित रखने हेतु तन मन और धन से इन आयोजनों को आगे बढ़ाना चाहिए जिससे इन त्योहारों को संरक्षित रखा जा सके
आज भी है बड़ों के पांव छूने की परंपरा
आपको बता दें कि कूकानार गाँव में मुख्य बस्ती में रहवासियों के बीच आज भी प्रत्येक त्योहारों में हर छोटे बड़े एक दूसरे के घरों में जाकर अपने से बड़ो के चरण स्पर्श कर उनसे आशीर्वाद लेते हैं और अपनी परम्परा को जीवित रखे हुए हैं आज होने वाले फाग में मुख्य रूप से रामफेर राठौर,जित्तू सिंह चौहान,जमुना सिंह,शेर बहादुर सिंह, राजकुमार सिंह भदौरिया, मनऊ सिंह, रज्जुलाल सिंह, सन्नू सिंह,विनीत चौहान,रामबिलास सविता,रामचन्द्र सविता,मोक्ष,अभिनव,सिद्धांत,आदित्य,चंदू,अदयुत, के साथ गाँव के युवा एवं बच्चे शामिल रहे