मैनपुर क्षेत्र के दूरस्थ ग्रामों के सरकारी स्कूलों में पांच कक्षाओं के बच्चों को एक शिक्षक पढ़ाने मजबूर, शिक्षा व्यवस्था का हाल बेहाल .देखिए खास खबर…..
मैनपुर क्षेत्र के दूरस्थ ग्रामों के सरकारी स्कूलों में पांच कक्षाओं के बच्चों को एक शिक्षक पढ़ाने मजबूर, शिक्षा व्यवस्था का हाल बेहाल
गर्वित मातृभूमि कृष्ण कुमार त्रिपाठी जिला गरियाबंद विशेष संवाददाता
गरियाबंद मैनपुर विकासखण्ड में 19 प्राथमिक शाला एंव 45 माध्यमिक शाला एक शिक्षक के भरोसे पढ़ाई प्रभावित
गरियाबंद । गरियांबंद जिले के आदिवासी विकासखण्ड मैनपुर क्षेत्र में बदहाल शिक्षा व्यवस्था किसी से छिपा नही है, कही वर्षो से एक शिक्षक के भरोसे पहली से लेकर पांचवी तक की पांच कक्षाये संचालित हो रही है तो कहीं कहीं एक विद्यालय में चार चार पांच पांच शिक्षक पदस्थ है लेकिन इस ओर ध्यान देने वाला कोई नहीं है। ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलो के पालकों और ग्रामीणों द्वारा शिक्षक की मांग को लेकर आये दिनों मैनपुर पहुंचकर ज़हां एक ओर विकासखण्ड शिक्षा कार्यालय का घेराव किया जाता है तो दुसरी ओर शिक्षक की मांग को लेकर कई बार आंदोलन भी किया जा चुका है लेकिन शिक्षा व्यवस्था में सुधार करने वाला जिम्मेदारों द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है जिसके चलते आदिवासी क्षेत्र के कई स्कूलो के बच्चों के भविष्य अंधकारमय होता नजर आ रहा है।
विकासखण्ड शिक्षा कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार मैनपुर विकासखण्ड क्षेत्र में 19 प्राथमिक शाला एंव 45 माध्यमिक शाला एक शिक्षक के भरोसे संचालित हो रहा है जिसमें प्राथमिक शाला डुमरघाट, खासरपानी, पायलीखण्ड, आमपारा, गौरवमुंड, भाटापानी, कमारपारा कुचेंगा, खडारीपारा, कोतराडोंगरी, डोंगरी पारा, पोटापारा, नागेश, सोरीपारा, काण्डसर, देवझरअमली, अमलीपदर, कोनारी, बोईरगांव, मोंगराडीह, एंव गोना में एक मात्र शिक्षक के भरोसे शासकीय प्राथमिक शाला संचालित हो रहा है जिसमें यह जानकर आश्र्चय होगा की प्राथमिक शाला गोना में एक शिक्षक 63 छात्र छात्राओं एवं देवझरअमली में 61 छात्र छात्राओं तथा आमपारा में 34 छात्र छात्राओं को एक शिक्षक पढा रहे हैं, जिससे आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि कक्षा पहली से लेकर पांचवी तक एक शिक्षक कैसे एक साथ पांच कक्षाओं को शिक्षा देते होगे यह किसी जादूगरी से कम नहीं है। ऐसा नहीीं कि इसका जानकारी शिक्षा विभाग के अधिकारियों को न हो कई बार शिक्षक व्यवस्था की मांग को लेकर ग्रामीण आंदोलन कर चुके है और मुख्यालय के आसपास कई ऐसे स्कूल है जंहा चार चार पांच पांच शिक्षक एक एक विद्यालय पढा रहे हैैं ज़हां बच्चोों की दर्ज संख्या इन स्कूलोों के अपेक्षा बेहद कम है।
इन 45 माध्यमिक शाला भी एक शिक्षक के भरोसे
मिली जानकारी के अनुसार मैनपुर विकासखण्ड क्षेत्र में शासकीय माध्यमिक शाला फरसरा, केन्दुपाटी, सिंहारलटी, पीपलखुंटा, उदंती, नागेश, साहेबिनकछार, कुरलापारा, साल्हेभाठा, बुरजाबहाल, कोदोभाठा, पानीगांव, मुडागांव, कुहीमाल, ढोढर्रा, आडपाथर, कुल्हाडीघाट, कन्या आश्रम कुल्हाडीघाट, माध्यमिक शाला मोंगराडीह, कुचेंगा, भाटापानी, गरीबा, कोदोमाली, खरीपथरा, शोभा, चिखली, सरगीगुडा, मटिया, बरगांव, अमाड, देवझरअमली, पायलीखंण्ड, जांगडा, कुरूभाठा, धु्ररवापथरा, गुरजीभाठा अ, भैसमुडी, गुडभेली, केकराजोर, परियाबाहल, कोकडी, गरहाडीह, नगबेल एंव लाटापारा माध्यमिक शाला में भी एक शिक्षक के भरोसे संचालित हो रहा है जिसमें माध्यमिक शाला फरसरा में दर्ज संख्या 60 , सिहारलंटी में 59, कुरलापारा में 70, बुरजाबाहल में 68 , मुडागांव में 66, ढोढर्रा में 70 , आडपाथर में 75, खरीपथरा में 56, शोभा में 74, सरगीगुडा में 60, मटिया में 97, गुरजीभाटा अ 50, गुडभेली में 65, केकराजोर में 84 और गरहाडीह में 56 छात्र छात्राओं को एक शिक्षक के भरोसे पढाई कराया जा रहा है।
शिक्षक को शासकीय कार्य के लिए कार्यालय आना हो तो स्कूल मे लग जाता है ताला
मैनपुर विकासखण्ड क्षेत्र के इन एक शिक्षकीय शासकीय प्राथमिक एंव शासकीय मिडिल स्कूलो की शिक्षा व्यवस्था को खुद बया कर रहा है कि जब यहा के शिक्षको को शासकीय कार्य के लिए मैनपुर या कार्यालय आना हो तो अधिकांश स्कूलो में ताला लग जाता है और कई स्कूलो में स्वीपर और चपरासी के भरोसे बच्चे पढाई करते दिखते है।
क्या कहते है विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी
मैनपुर विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी महेश पटेल ने बताया कि मैनपुर विकासखण्ड क्षेत्र में कुल शासकीय प्राथमिक शाला 19 एंव शासकीय मिडिल स्कूल 45 एक शिक्षकीय है जिसकी जानकारी उच्च अधिकारियों को दिया जा चुका है।