सरपंच, सचिव एवम रोजगार सहायक ने फर्जीवाड़ा कर पार किया शासकीय राशि का गबन….सेटिंग के चलते साल भर में नहीं कोई कार्यवाही
सरपंच, सचिव एवम रोजगार सहायक ने फर्जीवाड़ा कर पार किया शासकीय राशि का गबन….
सेटिंग के चलते साल भर में नहीं कोई कार्यवाही
डाकेश्वर साहू ,(धमतरी): छत्तीसगढ़ के धमतरी जिला के विकासखण्ड कुरूद में जिम्मेदार अधिकारीयों के उदासीनता के चलते फर्जीवाड़े करने वाले सिर चढ़ कर बोल रहे हैं…।
फिर चाहें कितनी भी शिकायतें की जाएं बस शिकायत जिम्मेदारों के लिए महज़ एक कागज़ का टुकड़ा समझ रद्दी में फेक दिया जता है क्योंकि सूत्रों की मानें तो इन रद्दी शिकायतों का अच्छी खासी दाम सचिव, सरपंच एवम रोजगार सहायकों द्वारा दिया जाता है… साथ ही समय समय पर जैसे जैसे और भी रद्दी शिकायतें इकट्ठी होती है तो उसी कागज़ के दम पर पेट रोज़ी निकालते रहते हैं।
आपको बताते चलें कि पूरा मामला कुरूद विकासखण्ड के ग्राम पंचायत सेमरा (बी) का है… जहां पर मनरेगा रोजगार गारंटी कार्य में अनियमितता एवं फर्जी हाजिरी दर्ज करने को अंजाम देने तक का है….बताया जा रहा है कि मेट के द्वारा मेट कार्य में हाजिरी ना भरकर मजदूर के रुप में हाजिरी डालकर लाभ ले रहे हैं… ग्राम पंचायत सेमरा (बी) में विवाह होने के पश्चात भी विवाहित महिला श्रमिक का नाम लिखकर फर्जी हाजिरी दर्ज कर रहे हैं एवं जो सुखद सहारा पेंशन धारी को मनरेगा के तहत कार्य में बताकर फर्जी हाजिरी दर्ज कर रहे हैं गांव में कार्य के चलते अनुपस्थित महिलाओं की फर्जी हाजिरी भरा जा रहा है …. साथ ही जो वार्ड में पंचायत पंच होते हैं उनके परिवार वालों का फर्जी हाजिरी डाला जा रहा है …
जानकारी के मुताबिक श्मशान घाट निर्माण कार्य के लिए शासन द्वारा स्वीकृति प्राप्त हुआ था उसे उस कार्यों में श्रमिकों के द्वारा काम ना कराकर जेसीबी मशीन के द्वारा मनमानी ढंग से कार्य करवाया गया तथा श्मशान घाट निर्माण कार्य और चारागाह निर्माण कार्य के श्रमिकों के द्वारा संबंधित स्थान से हटकर अन्य स्थानों पर कार्य कराया गया है… जो कार्य ,तालाब में गहरीकरण के लिए कराया गया है । इसके अलावा शाला के रसोईया का फर्जी हाजिरी डाला गया है और गौठान शीतल में वर्मी कंपोस्ट निर्माण 6 नग फर्जी हाजिरी डाला गया है…
विदित हो कि उक्त तथ्यों को ध्यान में रखकर निष्पक्ष कार्यवाही की मांग किया जा चुका है यह शिकायत 15-03-2022 को मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत कुरूद के समक्ष किया जा चुका है, लेकिन सेटिंग के चक्कर में अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है…
इस मामले को लगभग एक साल होने को है ,लेकिन आज पर्यंत तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई । जिसके चलते सरपंच, सचिव एवम रोजगार सहायक का फर्जी कार्यों को अंजाम देने कतई पीछे नहीं हट रहे हैं… साथ ही ज़िम्मेदार अधिकारी भी अपनी कर्तव्य न निभाते हुए इस मामले में क्या कार्यवाही किया जाता है संबंधित अधिकारियों के द्वारा क्या उचित कार्रवाई होता है या….?