जल संसाधन विभाग में फर्जी हाजरी का खेल, चपरासी कर रहा बाबू का काम.देखिए खास खबर…..
जल संसाधन विभाग में फर्जी हाजरी का खेल, चपरासी कर रहा बाबू का काम…..
गर्वित मातृभूमि, एम सी बी :- जल संसाधन के उप संभाग खड़गवां में नही आता कोई कर्मचारी अधिकारी फिर भी लग रही हाजरी।
मामला एम सी बी जिले के जलसंसाधन विभाग के उपसंभाग खड़गवां का है। जहां कार्यालय है, नियुक्ति है पर कर्मचारी ही नदारद रहते हैं। लेकिन इनको पेमेंट पूरी चाहिए। यह एक ऐसा कार्यालय है जहां अधिकारी का काम पानी पिलाने वाला चपरासी करता है।
कर्मचारी रहते हैं शराब के नशे मे धुत्त।
कार्यालय तो समय पर खुल जाता है। पर अधिकारी कभी कार्यालय आने की जहमत नहीं उठता। जब कार्यालय की पड़ताल की गई तो पाया गया की जो कर्मचारी कार्यालय में आते भी है तो शराब के नशे में कार्यालय में ही सो जाते है।
उपस्थिति रजिस्टर में अनुपस्थिति दर्ज ही नही होती बल्कि तीन से चार दिन कि हाजरी एक साथ लगा दी जाती है। यहां तक कि बाबू पहले से ही हाजरी रजिस्टर भर लेते हैं हमने पाया कि 10 तारीख को ही 13 तारीख की हाजरी बाबू द्वारा भरी जाती है। जनकारी के अनुसार इंजीनियर साहब अपने पदभार ग्रहण करने के बाद से कभी कार्यालय पहुंचे ही नहीं ना ही उनकी उपस्थिति कार्यालय के किसी भी रजिस्टर में दर्ज की जाती है।
कर्मचारी करते हैं अपनी मनमानी
कर्मचारी एक तो नदारद होते हैं वो भी बिना किसी जानकारी या आवेदन लगाए यू माने तो यह सरकारी दफ्तर ना होकर कर्मचारियों का निजी घर हो गया है।
सवाल यह उठता है कि यदि बाबू का काम एक चपरासी कर सकता है तो फिर बाबू को अच्छी खासी मोटी रकम क्यों दी जाती है। लेकिन फिर भी यदि शासन इन कर्मचारियों को वेतन दे रहा तो यह शासकीय पैसे का दुर्पयोग नहीं तो क्या है ?