कोड़ेबोड़ निवासी मुकेश्वर सोनवानी को मिली पीएचडी की उपाधि
धमतरी जिले के कुरूद ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले ग्राम कोड़ेबोड़ निवासी मुकेश्वर सोनवानी को मिली पीएचडी की उपाधि पण्डित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर के समाज शास्त्र विभाग ( शोध केंद्र- शास . दूधाधारी बजरंग सनात्कोत्तर (स्वाशासी) महिला महाविद्यालय, रायपुर) के शोधार्थी मुकेश्वर सोनवानी को पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई। मुकेश्वर सोनवानी धमतरी जिले के ग्राम कोड़ेबोड़ निवासी स्वर्गीय श्री रामरतन सोनवानी और श्रीमती धानबाई सोनवानी के पुत्र हैं। मुकेश्वर ने ‘विकास जनित विस्थापन का एक समाज शास्त्रीय अध्ययन’ विषय पर प्रो. डॉ. श्रध्दा गिरोलकर के निर्देशन में अपना शोध कार्य पूरा किया। उन्होंने विकास जनित विस्थापन की समस्या पर गहन अधययन कर भिन्न सुझाव प्रस्तुत किये है, उन्होंने सुझाव दिया है कि-प्रभावितों के लिए मुआवजे का मापदण्ड खोई हुई आजीविका का प्रतिस्थापन होना चाहिए न केवल व्यक्तिगत सम्पत्ति के एवज में बाजार मूल्य का भुगतान, विस्थापन के पूरे मुद्दे को जटिल मानवाधिकार, राजनीति, सामाजिक-आर्थिक और सांस्कृतिक समस्या के रूप में देखा जाना चाहिए न केवल प्रशासनिक समस्या के रूप में, परियोजना क्रियान्वयन संस्था/एजेंसी द्वारा एक व्यापक पुनर्वास पैकेज सुनिश्चित करना चाहिए जो प्रभावितों के जीवन पर पड़ने वाले नकारात्मक सामाजिक-आर्थिक परिणामों को दूर करने की गारंटी देता हो या पुनर्वास व पुनःस्थापन के पश्चात प्रभावितों की सामाजिक-आर्थिक, राजनीतिक दशाओं का पुनः सर्वेक्षण कर पुनः नियोजित पुनर्वास सुनिश्चित करना चाहिए, पुनर्वास व पुनःस्थापन नीति में महिलाओं और बच्चों को विशेष सुविधाएँ प्रदान करने की आवश्यकता पर बल देना चाहिए, विस्थापन/भूमि अधिग्रहण के मुद्दों पर प्रभावितों में असंतोष को दूर करने के लिए त्वरित न्यायिक तंत्र की व्यवस्था की जानी चाहिए ताकि अनावश्यक संघर्ष की स्थिति को टाला जा सके आदि, उन्हें यह उपाधि प्रदान करते हुए विश्वविद्यालय परिवार ने बधाई दी