मेघनगर मदरानी मार्ग बना हादसों की सड़क
मेघनगर मदरानी मार्ग बना हादसों की सड़क
ट्राले ने मारी बाइक सवार को टक्कर ,घायल को किया झाबुआ रेफर
गर्वित मातृभूमि/झाबुआ:- जिले के मेघनगर मदरानी पर तेज रफ्तार से होने वाले हादसे कम होने का नाम नही ले रहे है एक ओर सड़क हादसों को रोकने के लिए पुलिस अधीक्षक झाबुआ अगम जैन के निर्देश पर आम नागरिकों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करने सड़क हादसों को रोकने के उद्धेश्य से यातायात को लेकर जिले भर मे शपथ दिलाई जाकर जन सामान्य को प्रेरित किया जा रहा है । वही दूसरी ओर सड़क दुर्घटनाओ में कोई कमी नही हो रही है ताजा मामला झाबुआ जिले के मेघनगर मदरानी मार्ग के बेड़ावली का है जहाँ तेज गति से आ रहे ट्राले ने बाइक सवार को टक्कर मार दी जिसमे बाइक सवार गम्भीर रूप से घायल हो गया घायल बाइक सवार का नाम विकेश पिता कलसिंह बताया जा रहा है जिसे उपचार के लिए मेघनगर समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया जिसको प्राथमिक उपचार के बाद झाबुआ रेफर किया गया हम आपको बतादे की पूर्व में इस मार्ग पर एक ही परिवार के 5 लोग अपनी जान गवा चुके है मगर प्रशासन मूक दर्शक बनकर बैठा हुआ है और ओवरलोड वाहन बेधडक इस मार्ग से रोजाना गुजर रहे है
झाबुआ मदरानी मार्ग पर आये दिन हादसे होते रहते है लगातार इस मार्ग से ओवरलोड वाहन गुजरते है पूर्व में भी तेज रफ्तार की वजह से सड़क हादसे में 5 लोग अपनी जान गवा चुके हैं मगर न तो आरटीओ विभाग जागा न जिला प्रशासन अब अगर जल्द कोई कदम नही तो ग्रामीणों को चक्काजाम करने को विवश होना पड़ेगा
*पूर्व जिला कलेक्टर ने ली थीं सुध* – पूर्व जिला कलेक्टर सोमेश मिश्रा द्वारा इस मार्ग पर हुवे हादसों को सज्ञान में लेकर साइड भरने व जल्द ही इस मार्ग के चौड़ीकरण का प्रस्ताव भेजने की बात कही थी और पीडब्लूडी के अधिकारियों को निर्देशित किया गया था कि रोड की साइड पट्टी भरी जाए मगर पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने कलेक्टर की भी सुनी जिसकी वजह से लगातार हादसों की वजह से लोग काल के मुंह मे समा रहे है अब देखना है कि वर्तमान जिला कलेक्टर रजनीसिंह इस ओर क्या कदम उठाती है ओर लापरवाह पी डब्ल्यू डी के अधिकारियों पर क्या कार्यवाही होती है या इसी तरह हादसों की वजह से रहवासियों को जान हथेली पर लेकर चलना पड़ेगा
इनका कहना है
इस मामले को लेकर नायक समाज के तकेसिंह नायक ने बताया कि लगातार इस मार्ग पर दुर्घटना ओ की वजह से की कई लोगो की मौत हो चुकी है मगर प्रशासन इस ओर ध्यान नही दे रहा है ऐसे में अगर जल्द ही इस मार्ग को लेकर ठोस कदम नही उठाया गया तो मजबूर होकर आंदोलन की ओर मजबूर होना पड़ेगा