डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति को वर्ष 2022-23 का भारत भूषण सम्मान
गर्वित मातृभूमि (रायपुर) –साहित्य लेखनी को अपनी भविष्य बनाकर एक नई पहचान बनाने में कामयाबी हासिल प्राप्त की आज साहित्य के क्षेत्र में असाधारण योगदान के लिए हरफ़नमौला साहित्यिक सितारे डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति को वर्ष 2022-23 का भारत भूषण सम्मान प्रदान किया जाएगा। यह प्रतिष्ठित सम्मान नेशनल एन्टी हराशमेन्ट फाउंडेशन द्वारा प्रशासनिक सेवा के दौरान उत्कृष्ट साहित्य साधना करते हुए गद्य एवं पद्य की सभी प्रमुख विधाओं में उनकी 34 पुस्तकें प्रकाशित होने की उपलब्धि को मद्देनजर रखते हुए प्रदान किया जाएगा मस्तूरी-बिलासपुर निवासी डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति वर्तमान में छत्तीसगढ़ शासन महिला एवं बाल विकास विभाग में उपसंचालक हैं। वे छत्तीसगढ़ कलमकार मंच के संस्थापक एवं प्रदेशाध्यक्ष भी हैं। पूरे देश में आप एकमात्र प्रशासनिक अधिकारी एवं साहित्यिक सितारे हैं, जिन्हें हरफ़नमौला साहित्य लेखन के लिए प्रतिष्ठित “भारत भूषण सम्मान” प्रदान किया जा रहा है। विभिन्न क्षेत्रों में देश के 60 ख्यातनाम हस्तियों को वर्ष 2022-23 के लिए यह सम्मान आगामी 11 दिसम्बर को भोपाल, मध्यप्रदेश में प्रदान किया जाएगा।साहित्य वाचस्पति डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति की इस उपलब्धि पर उन्हें अनेक विख्यात हस्तियों ने बधाई एवं शुभकामनाएँ दी हैं। इसमें साहित्य जगत के डॉ. जे. आर. सोनी, डॉ. आर. पी. टण्डन, डॉ. एस. आर. बंजारे, श्रीमती शिरोमणि माथुर, प्रो. बंशीलाल मण्डलोई, एडवोकेट विजय मिश्रा, डॉ. गोवर्धन मार्शल, जुगेश बंजारे धीरज, अधिवक्ता मणीशंकर दिवाकर गदगद, गणेश्वर आजाद गँवईहा, मनोज खाण्डे मन, तिलक तनौदी, ननकू साहू, जगतारन प्रसाद डहरे, आचार्य जे.आर. महिलांगे, डॉ. मदन लाल कुर्रे, डॉ. विकास कोशले, सुरजीत, शमीम अहमद सिद्दीकी, इंकलाब-चीनू टण्डन, वेदराम वेदांज, राजेन्द्र गेंदले, डॉ. श्यामा कुर्रे, डॉ. दुर्गा प्रसाद मेरसा हर्षिता-आर्यन टण्डन सहित समाजसेवियों में एस कुमार मनहर, धरम भार्गव, के.के. निर्णेजक, मालिकराम घृतलहरे, कृष्ण कुमार पटवर्धन, राजेश्वर भार्गव एवं अन्य गणमान्य नागरिक प्रमुख हैं। यह गौरतलब है कि हाल ही में डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति को न केवल इंटरनेशनल ह्यूमैनिटी मिशन ऑर्गनाइजेशन द्वारा असाधारण साहित्य सेवा के लिए डॉ. नेल्सन मंडेला ग्लोबल ब्रिलियंस अवार्ड प्रदान किए गए हैं, वरन् जैकी बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड द्वारा इनका नाम दुनिया के सर्वाधिक होनहार लेखक के रूप में विश्व रिकॉर्ड में दर्ज कर “टैलेंट आईकॉन-2022” भी प्रदान किए गए हैं।
इसके अलावा हिन्दी एवं छत्तीसगढ़ी में गद्य-पद्य की विभिन्न विधाओं में विशिष्ट साहित्य सृजन के लिए “मैजिक बुक ऑफ रिकॉर्ड” में दर्ज कर उन्हें डॉक्टरेट की मानद उपाधि भी प्रदान की गई है। इस मायने में डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति के लिए वर्ष-2022 उल्लेखनीय साहित्यिक उपलब्धियों का वर्ष रहा है। इस वर्ष उनकी दर्जन भर से अधिक पुस्तकें एवं 4 साझा काव्य-संग्रह भी प्रकाशित हुए हैं। इन साझा संकलनों के वे स्वयं सम्पादक भी हैं यह जानकारी मणिशंकर दिवाकर ने दी|