दिखावे की रंगाई पोताई से चमचमाती जैजैपुर उपस्वास्थ्य केंद्र(भाठागांव)
गर्वित मातृभूमि बलौदाबाजार से सूरज कुमार की रिपोर्ट
जैजैपुर उपस्वास्थ्य केंद्र में सालों बीत जाने के बाद ना दवाई ना इन्जेक्शन
सक्ती/ जैजैपुर:- कलेक्टर नुपुर राशि पन्ना ने बीते 22 नवम्बर को कलेक्टोरेट के बैठक सभा कक्ष में शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए स्वास्थ्य सूचकांकों का मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को प्रिजेंटेशन प्रत्येक स्वास्थ्य सूचकांकों का कलेक्टर सक्ती ने किया । बैठक में सभी ब्लाक के बीएमओ बीईटीओ, बीपीएम, बीडीएमए,बीएम उपस्थिति थे। जिन्हें उप स्वास्थ्य केंद्रों में 3 से अधिक प्रसव करने व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद में 10 से अधिक प्रसव करने एवं शत प्रतिशत ईटीटूशनल डिलीवरीए बच्चों में पूर्ण टीकाकरण, एनआरसी में कुपोषण बच्चों के सुपोषित करने, मातृत्व मृत्यु दर व ऐसे विभिन्न विषयों में सुधार करने के निर्देश दिया गया था। जबकि जैजैपुर उप स्वास्थ्य केंद्र का आलम कुछ ऐसा है कि ना तो यहाँ दवाइयों की उपलब्धता है और नहीं किसी प्रकार की कोई इंजेक्शन की सुविधाएं है, कोरोना काल के पहले बनी इस उप स्वास्थ्य केंद्र का ग्रामीणों को किसी प्रकार सुविधाएं उपलब्ध नहीं हो पा रही है, जबकि हर साल उप स्वास्थ्य केंद्र की रंगाई पोताई के लिए राशि का आबंटन स्वास्थ्य विभाग केंद्र के लिए कर रही है, सवाल यह उठा है कि आखिर जब ग्रामीणों को उप स्वास्थ्य केंद्र का लाभ ही नहीं मिल पा रही है तो शासन की राशि आखिर जा कहाँ रही है।
उप स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों के लिए न कोई दवाई सुविधा उपलब्ध है नाही किसी प्रकार की इंजेक्शन व्यवस्था है जिसके कारण आस-पास मरीज व ग्रामीण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जैजैपुर जाना उचित समझते है, चकाचौन्द देंखे वाले इस उप स्वास्थ्य केंद्र में अक्सर ताला ही जड़ा पाया जाता है, एकही स्टाप होने के कारण ना तो यहां किसी प्रकार की कोई इलाज मुहैया हो पाता है नाही किसी दुघर्टना ग्रस्त नागरिक का उपचार।
खास बात है यह की सालो बीतने के बाद स्वास्थ्य विभाग को ऐसा कोई जिम्मेदार नही मिल सका जो भाठागाँव उपस्वास्थ्य केंद्र का भार संभाल सके व उप स्वास्थ्य केंद्र से मिलने वाली जो सुचारू सुविधाएं है उसे आमनागरिकों को दिया जा सके। जब उपस्वास्थ्य केन्द्र में लगे ताले के बारे में जानकारी ली गई तो पता चला की जो जिम्मेदार है वो सालों से अनुपस्थित ही रहते है एक ही नर्स स्टाप होने के वजह से यहां छोटी से बड़ी समस्याओं के लेके पहुंचे मरीजों को मजबूरन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जैजैपुर जाना पड़ता है।ऐसा नही है कि इस बात की जानकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उच्चाअधिकारियों को नही है बकली इसकी खबर बखूबी है परन्तु फिर भी धृतराष्ट्र बने बैठे है?
रिपोर्टर सूरज कुमार बलौदाबाजार से