पवनी में एक युवक ने की फांसी लगाकर आत्महत्या, युवक के जेब से मिला नशीली दवाइयां
पवनी में एक युवक ने की फांसी लगाकर आत्महत्या, युवक के जेब से मिला नशीली दवाइयां
गर्वित मातृभूमि/बिलाईगढ़:- बिलाईगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत पवनी समेत आस पास के ग्रामीण अंचलों में गुपचुप तरीके में नशीली दवाओं की बिक्री धडल्ले से हो रही हैं। नशीली दवाओं के गिरफ्त में किशोर और युवा पीढ़ी बर्बाद हो रही है। नशे के मामले में ग्रामीण क्षेत्रों का और भी बुरा हाल हैं। नशीली दवाइयां बिक्री करने वाले लोगों अभी भी बिलाईगढ़ पुलिस के गिरफ्त से बाहर है । वही ग्राम पंचायत पवनी में एक युवक अनिल कुमार साहू ने शुक्रवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया इसके बाद उनके परिजनों द्वारा बिलाईगढ़ पुलिस को इसकी सूचना दी गई तब बिलाईगढ़ पुलिस मौके पर पहुंची और फांसी के फंदे से शव को नीचे उतारा गया और शव की तलाशी ली गई तब मृतक के जेब से नशीली दवाइयां बरामद की गई । ऐसा बताया जा रहा है कि मृतक अनिल रात्रि में नशीली दवाइयों का सेवन किया हुआ था और डिप्रेशन में आकर आत्महत्या कर लिया है। बरहाल बिलाईगढ़ पुलिस द्वारा शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम करा कर परिजनों को सौंप दिया है पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर मौत के उचित कारण का खुलासा होगा
बता दें कि नशीली दवाइयां बेचने वाले लोगों पर कार्यवाही नहीं होने के चलते क्षेत्र में धीरे-धीरे नशीली दवाओं की बिक्री अब चरम पर है। या दवाइयां आसानी से मिल जाती है। जिस पर कार्रवाई की जरूरत है। इसके साथ ही यहां नींद की गोली भी बड़ी आसानी से मिल जाती है। जिसकी वजह से आसपास के क्षेत्र के गांव के लोग भी पवनी में डेरा जमाए रहते हैं। पुलिस को इन पर लगाम लगाने की जरूरत है।
गुपचुप तरीके दवा दुकान में खांसी व नींद की गोली बिना पर्ची के दी जा रही है। इसको युवा व किशोर नशे के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं। इन सब मामलों में अब पुलिस को कार्रवाई करने की आवश्यकता है। ताकि इस नशे की आदत में किसी युवक की जान ना जाए । यहां नशे के सौदागरों को जरा भी पुलिस का डर नहीं है। इसी वजह से वे गलियों में घूम घूम कर नशे का सामान बेच रहे हैं। युवा पीढ़ी जिस सस्ते और सुलभ गोलियों का सेवन बतौर नशा कर रहे हैं वह स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है। युवा पीढ़ी इसके आदी हो चुके हैं जिसे काउंसिलिंग के माध्यम से ही छुड़ाया जा सकता है। ग्राम पंचायत पवनी का मामला है की नशीली दवाइयों की बिक्री और फैलाव रोकने का एक ही तरीका है इतना बड़ा कानून बनाना चाहिए कि कोई इन्हें बेचने के बारे में सोच भी ना सके अभी नशीली दवा बेचने वालों को भी कड़ी सजा नही मिल रही है और जिन मेडिकल स्टोर्स में ऐसी दवाइयां पकड़ी जा रही है उनके खिलाफ भी कोई सख्त कार्यवाही नहीं हो पा रही है जिस पर मेडिकल स्टोर्स में नशीली दवाओं का हिसाब गड़बड़ मिल रहा है उसका लाइसेंस केवल कुछ समय के लिए ही निलंबित किया जाता है । ऐसे में कोई बड़ा कानून बनाना अति आवश्यक है ताकि युवाओं के जिंदगी के साथ खिलवाड़ करने वालों पर कड़ी सजा मिल सके
नशेडिय़ों में कौन-से लक्षण उभरते हैं…
बिलाईगढ़ विकास खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ रोशन देवांगन ने बताया कि नशा करने वाले में कुछ असामान्य लक्षण सामने आते हैं जैसे चिड़चिड़ाना, हकलाना, लोगों में अरूचि उत्पन्न होना, अध्ययन के प्रति विरक्ति, याददाश्त कमजोर होना, बात बात पर क्रोधित होना, रक्तचाप में असामान्य वृद्धि, अंगों का कंपकंपाना, नशा न लेने की स्थिति में बेचैनी बढऩा, हिंसात्मक व्यवहार, बहकी-बहकी बातें करना, नजरों के कमजोर होने जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।
वर्सन01 – महेंद्र श्रीवास – सरपंच ग्राम पंचायत पवनी
हमारे गांव में खुलेआम नशीली दवाइयां की बिक्री लगातार हो रही है इससे गांव के युवा पूरी तरह से नशे के आदी हो चुके हैं इस पर पुलिस प्रशासन को कड़ी कार्यवाही करने की आवश्यकता है मैं पुलिस प्रशासन से निवेदन करता हूं कि नशीली दवाइयां बेचने वाले के ऊपर जल्द से जल्द कड़ी कार्यवाही करें और हमारे गांव के युवाओं के भविष्य को बचाने का प्रयास करें । हम भी अपनी ओर से जागरूकता चलाएंगे और युवाओं को नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित करने का प्रयास करेंगे ।
वर्सन 02 – विंटन साहू – थाना प्रभारी बिलाईगढ़
ग्राम पंचायत पवनी में एक युवक द्वारा फांसी लगाया गया है अभी विवेचक मेरे पास नहीं आए हैं जैसे ही आते हैं मैं पूछताछ कर लूंगा अगर इस प्रकार से नशीली दवाइयां मिली है तो उस पर भी जांच कर कार्यवाही की जाएगी साथ ही क्षेत्र में अवैध नशीली दवाइयों का सप्लाई और बिक्री का मामला आप बता रहे हैं इस पर भी सख्त से सख्त जल्द ही कार्रवाई की जाएगी ।
वर्सन 03 – डॉक्टर रोशन देवांगन – विकासखण्ड चिकित्सा अधिकारी बिलाईगढ़
नशीली दवाइयों का उपयोग तो बिल्कुल भी करना नहीं चाहिए इससे लोग बहुत ज्यादा उत्तेजित हो जाते है उसमे गलतियां करने का वाद विवाद करने लगता है । साथ ही कही आना जाना करने पर सड़क दुर्घटना का भी अंदेशा बना रहता है और कुछ लोग तो काफी डिप्रेशन में चले जाते है जिससे के उनके मन में आत्महत्या करने का भाव आ जाता है ये चीजे होनी नही चाहिए और ये नशीली दवाइयां जो अवैध रूप से बेची जा रही है उसको तो तत्काल बंद कराना चाहिए । और बिलकुल बिना डॉक्टर के सलाह से ही मरीजों को उपयोग करना चाहिए अगर डॉक्टर उसको दवाई के डोज में लिखता है तो वह दवाई का ही काम करेगा लेकिन बिना डॉक्टर की सलाह से अगर लिया जाता है तो शरीर के लिए बहुत ही घातक होता है ।